इन तिथियों पर जप/ध्यान करने का वैसा ही हजारों गुना फल होता है जैसा की सूर्य/चन्द्र ग्रहण में जप/ध्यान करने से होता है:
१. सोमवती अमावस्या - (26th Jan'09, 22 Jun'09, 16th Nov'09)२. रविवार को सप्तमी हो जाए. (28th June'09, 25th Oct'09, )३. मंगलवार की चतुर्थी हो जाए.(28th Apr'09, 8th Sept'09, 22 Sept'09)४. बुधवार की अष्टमी हो जाए. (4th Mar'09, 15th Jul'09 ,29th Jul'09, 25th Nov'09, 9th Dec'09)
इन तिथियों पर जप/ध्यान का फल ग्रहण के समय किये ही जप/ध्यान के सामान होता है. इसलिए हमें इन तिथियों पर जादा जप करना चाहिए, जिस से हमें थोडे में ही जादा लाभ मिले
Saturday, October 24, 2009
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